गार्म़ेंट की 25 से 30% इकाइयों के बंद होने की दहशत
हमारे प्रतिनिधि
मुंबई। मुंबई की गारमेंट इकाइयां शुरू करने की छूट देने के लिए महाराष्ट्र सरकार और बीएमसी को सीएमएआई द्वारा अनेक बार अनुरोध किए जाने के बावजूद अधिकारियों की ओर से कुछ प्रतिसाद नहीं मिला है। इससे व्याकुल गारमेंट इकाइयों ने अब उत्पादन शुरू कर दिया है। आगे त्योहारों का सीजन तथा 2 से 12 सितंबर को ऑनलाइन नेशनल गारमेंट फेयर होने से गारमेंटर अब और प्रतीक्षा नहीं कर सकते।
कपड़ा बाजार 33% फार्मूले के अनुसार खुलते हैं, लेकिन मात्र 5 से 10% ही दुकानें खुलती है। सप्ताह में हर व्यापारी को सिर्फ 2 दिन ही दुकानें खोलने की छूट मिली है। मार्केट खोलने का समय सुबह 9 से 5 तक का ही है। अब बाहर मॉल और शॉपिंग कंपलेक्स की दुकानें सुबह 9 से शाम 5 बजे तक खोलने की छूट दी गई है, लेकिन कपड़ा बाजारों के लिए यह छूट नहीं है।
न्यू पीसगुडस बाजार कंपनी लिमिटेड के चेयरमैन मुकेश देसाई ने कहा कि सी वार्ड के सहायक म्युनिसिपल कमिश्नर चक्रपाणि ने स्पष्टता की है कि कपड़ा बाजारों के लिए पुराना फॉर्मूला ही अभी चालू रहेगा। परिस्थिति के अनुसार बदलाव किया जाएगा। मूलजी जेठा क्लॉथ मार्केट में अब 14 में से दो गेट खुले रखे जाते हैं। अब थोड़े थोड़े ग्राहक आने और माल का हेरफेर शुरू हुआ है।
मंगलदास मार्केट के प्रमुख सुरेंद्र बोरानी ने बताया कि यह रिटेल मार्केट होने से यहां त्योहारों की स्थानीय ग्राहकी दिखाई दे रही है। इससे मार्केट के 17 गेट में से चार गेट खुले रखे जाते हैं।
स्वदेशी मार्केट बोर्ड के चेयरमैन गीतेश उनटकर ने कहा कि अभी पुराना 33% ही फार्मूला है, लेकिन 5 अगस्त से सप्ताह के 6 दिन दुकानें शाम 7 बजे तक खुली रखने की छूट दिए जाने की संभावना है। बीएमसी की लिखित मार्गदर्शिका मिलने के बाद ही इसकी पक्की खबर पड़ेगी। भिवंडी में लूम और साइज़िंग अभी 25 से 30% ही चालू हुई है। कामगारों की भारी तंगी है लॉकडाउन अब पूरा हो गया है। इससे धीमे-धीमे कामगार बढ़ेंगे, ऐसा पीडिक्सिल के भूतपूर्व डायरेक्टर उत्तम जैन ने बताया।
सीएमएआई के प्रमुख राकेश बियानी ने कहा कि गार्म़ेंट उद्योग का भावी धुंधला दिखाई दे रहा है और छोटी गारमेंट इकाइयों का टिकना मुश्किल बन जाएगा।
सीएमएआई के चीफ मेंटर राहुल मेहता ने कहा कि 25 से 30% इकाइयों के बंद पड़ जाने की दहशत है। इस वर्ष टिक जाने वाली कंपनियों द्वारा भी रोजगार में 20 से 30% की कमी किए जाने की संभावना है।
उप प्रमुख राकेश राजेश मसंद ने कहा कि नार्मल बिजनेस स्थिति स्थापित होने में एकाद वर्ष निकल जाएंगे। गारमेंट की 85000 फैक्ट्रियां हैं जो अधिकांशतब् एमएसएमई क्षेत्र में है। कोविड-19 पूर्व के समय में 120 लाख कामगार इस क्षेत्र में कार्य करते थे। सीएमएआई के तीसरे सर्वे के अनुसार जून 2020 में पूरी हुई तिमाही के दौरान 74% सदस्यों की बिक्री 90% घटी है जबकि 13% ने बिक्री में 75% की कमी दर्शाई है।
जुलाई से सितंबर तिमाही के संयोग भी धुंधले है. 95% सदस्य मानते हैं कि वे अपनी स्थापित क्षमता का 50% से कम उपयोग कर सकेंगे. 68% का मानना है कि 25% से कम क्षमता का उपयोग करेंगे।
95% सदस्यों को पिछली तिमाही में उधारी की 25% से कम रकम मिली है। 44% सदस्य मानते हैं कि उनकी 20 से 50% उधारी डूब जाने की आशंका है। 10% सदस्य मानते हैं कि इससे अधिक बेड डेब्ट दिखाई देगा।