उधमसिंह नगर में औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने की योजना
हमारे संवाददाता
देहरादून । उत्तराखंड को अमृतसर-कोलकाता औद्योगिक कॉरीडर का लाभ लेने को लेकर दो हजार एकड़ जमीन की आवश्यकता है।अभी उत्तराखंड में ऊधमसिंह नगर में सिर्फ ढाई हजार हेक्टेयर जमीन ही उपलब्ध हो पाई है।ऐसे में उत्तराखंड शासन ने अब जिलाधिकारी उधमसिंह नगर को शेष जमीन तलाश करने के निर्देश दिए है।
केद्र सरकार ने कुछ वर्ष़ों पहले अमृतसर-पूर्वी भारत को जोड़ने को लेकर अमृतसर-कोलकाता औद्योगिक कॉरीडोर योजना बनाई।यह कॉरीडोर पंजाब,हरियाणा,उत्तर प्रदेश,उत्तराखंड,बिहार,झारखंड होते हुए कोलकाता तक पहुंचेगा।इस योजना के इन राज्यों के 21 शहर इस कॉरीडोर से जुड़ेंगे।ऐसे में उत्तराखंड में यह कॉरीडोर रुड़की होकर गुजर रहा है।इस योजना के तहत यह कॉरीडोर मार्ग से 200 किलोमीटर के दायरे तक औद्योगिक क्षेत्र विकसित किया जाना है।जिसको लेकर इस क्षेत्र में 4500 हेक्टेयर जमीन की आवश्यकता है।जिसको लेकर उत्तराखंड की तरफ से इसके लिए ऊधमसिंह नगर को चिन्हित किया है।जिसके तहत खुरपिया और पराग फार्म की लगभग ढाई हजार हेक्टेयर जमीन उपलब्ध है।इस योजना को लेकर शेष जमीन तलाशने के निर्देश दिए गए है।इस योजना के तहत विश्व बक इन क्षेत्रउमें औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने में आर्थिक और तकनीकी मदद करेगा।इससे इस क्षेत्र में न सिर्फ बड़े उद्योग आएंगे बल्कि नए लॉजिस्टिक केद्र भी खुलेंगे।चूंकि जिस तरह से उत्तारखंड में हुए निवेश सम्मेलन के बाद निवेशकों ने यहां को लेकर रुचि दिखाई है जिसे देखते हुए सरकार जल्द से जल्द नए औद्योगिक क्षेत्र विकसित करना चाहती है।जिसके चलते अब जल्द से जल्द जमीन की तलाश पूरी कर इस संबंध में विस्तृत प्रस्ताव केद्र सरकार को भेजने की तैयारी चल रही है।